खरगोन पुलिस महकमे की एक शर्मनाक घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.. इस घटना के कारण
आदिवासी वर्ग भी खासा नाराज है... पुलिस महकमे के निरीक्षक सौरभ कुशवाहा का शर्मनाक और दोयम दर्जे का व्यवहार इस नाराजगी की बड़ी वजह के रूप में सामने आया है. आर आई सौरभ कुशवाहा पर डीआरपी लाइन पदस्थ आरक्षक राहुल चौहान ने मारपीट करने, दुर्ययवहार करने के साथ आर आई की पत्री पर जातिसूचक अपशब्दों और अभद्रता पूर्वक व्यवहार के आरोप लगाए है..... साथ ही इस पूरी घटना के पीछे की वजह भी पुलिस महकमे की अंदरूनी करतूतों की पोल खोलने वाली शर्मनाक वजह कही जाए तो शायद गलत नहीं.... आरदाक राहुल चौहान को आर आई सौरभ कुशवाहा के बंगले पर कुत्ते की देखरेख और निजी कामों के लिए रखा गया है..... शायद यह पुलिस महकमें के लिए शर्मशार कर देने वाली बात हो या न हो... लेकिन पुलिस की नौकरी का मकसद जनसेवा और देशभक्ति है. जजबकि यहां तो साहब पुलिस आरकक से कुत्ते की सेवा और परिवार की सेवा करवाने में लगे है. अब यह कोई कुठित भावना के चलते हुआ या फिर पुलिस आला कमान के ऐसे आदेश है जिनका पालन आर आई से लेकर हर बड़े पुलिस अफसर करते है और खरगोन आर आई द्वारा आरक्षक के साथ किए दुर्यवहार को लेकर आदिवासी वर्ग और जयस ने मैदान संभाला है तो शायद मामला गहरा सकता है आदिवासी वर्ग के पुलिस आरक्षक राहुल चौहान ने अपने जख्म भी वीडियो के माध्यम से सोशल मीडिया पर दिखाए है... वहीं लिखित शिकायत भी अजाक थाने पर आर आई सौरभकुशवाहा और आर आई की पत्री के दुर्वयवहार और मारपीट को लेकर की है... अब देखने वाली बात होगी कि धर्मराज अब कितना धर्म निभाते हैं