इंदौर के वार्डों में हो रहे नगर निगम के टैक्स सर्वे का लगातार विरोध हो रहा है। शनिवार देर रात भी थाने पर हंगामा होता रहा। एमआईसी मेंबर बबलू शर्मा पुलिस अफसरों के सामने हाथ जोड़कर प्रकरण दर्ज कराने की बात करते रहे। वे फोन पर पुलिस अफसरों से बात करते रहे और बताया कि निगम कमिश्नर प्रकरण दर्ज कराने पर अड़े हैं। मुझे भी प्रकरण दर्ज कराना है। मुझे भी जान का खतरा है। मुझे भी जान से मारने की धमकी मिली है। उन्होंने कहा कि घर में घुसकर इस तरह सर्वे करना गलत है। हम जनता के प्रतिनिधि हैं। हमारी बात भी नहीं सुनी जाए।
अफसरों पर धमकी देने का आरोप
दरअसल शनिवार दोपहर निगम का अमला भंवरकुआ क्षेत्र में जांच करने पहुंचा था। वहां जांच का विरोध शुरू हो गया। एक ट्रेवल्स संचालक ने इस मामले में नगर निगम के राजस्व विभाग के अफसर शैलेंद्र सिंह के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया। बाद में निगम अफसर की शिकायत पर भी कायमी हुई। इस विवाद में महापौर परिषद सदस्य बबलू शर्मा और कुछ पार्षद भी उतर आए और देर रात तक थाने पर हंगामा होता रहा। रहवासियों को भाजपा पार्षदों का साथ मिला और उन्होंने थाने पर नारेबाजी शुरू कर दी। शर्मा ने पुलिस अफसरों से कहा कि वे प्रकरण दर्ज करें, क्योंकि अफसर उन्हें भी धमकियां दे रहे हैं। बता दें कि सर्वे को लेकर शुक्रवार को भी एक इलाके में विरोध हुआ था।
यहां से शुरू हुआ विवाद
शनिवार दोपहर ट्रेवल्स संचालक बीरम सोलंकी ने अपनी शिकायत में कहा कि उनके घर जोन क्रमांक 11 के अफसर शैलेंद्र सिंह आए और नपती करने लगे। मैंने वजह पूछी तो अफसरों ने कहा कि उन्हें आदेश मिला है। इस कारण नपती की जा रही है। इसके बाद सोलंकी ने पार्षद पति सुनील हार्डिया को फोन लगाकर मामले की जानकारी दी। वे मौके पर पहुंचे तो उनके साथ अमले ने बदलसूकी की। इस मामले में निगम अफसर और कर्मचारियों पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। रात को निगमकर्मी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने शिकायत में कहा कि निगमायुक्त के निर्देश पर हर वार्ड में सर्वे हो रहा है, ताकि गलत टैक्स भरने वालों के रिकार्ड में सुधार कर सकें। सर्वे करने से हमें सुनील हार्डिया ने रोका और गालियां देने लगे। इसके बाद उनके समर्थक एकत्र हो गए और अमले के साथ मारपीट शुरू कर दी। शैलेंद्र सिंह ने बताया कि निगम अमले की तरफ से की गई रिपोर्ट में शासकीय कार्य में बाधा डालने का केस दर्ज किया है।